हिन्दी फिल्म संगीत, अब अंग्रेजी और दूसरी भाषाओं से गानों को चुनने और इसे देसी गानों में परिवर्तित करने के लिए जाना जाता है। नरेंद्र कुश्णूर ने कुछ प्रसिद्ध नकल गानों की सूची तैयार की है।
हर सितंबर, 1961 में आई हॉलीवुड फिल्म “Come September” का शीर्षक धुन, सोशल मीडिया पर चलता रहता है। यहां तक कि कुछ लोग, 1995 की हिन्दी फिल्म राजा से ‘नजरें मिली‘ गीत का लिंक भी आगे भेजते हैं, जिसमें संगीतकार नदीम–श्रवण की जोड़ी ने “Come September” के पश्चिमी धुन को बड़ी सहजता से पुनः इस्तेमाल किया था।
1960 के दशक के गायक, सुमन कल्याणपुर ने इसका एक गैर-फिल्मी संस्करण गाया। इस गैर फिल्मी संस्करण को भी परिचालित किया जा रहा है, जो इस वर्ष का एक अतिरिक्त आकर्षण था। शंकर-जयकिशन द्वारा निर्मित यह गीत, ‘रिमझिम झिम झिम’ की पंक्तियों से शुरू होता है और इसके शीर्षक में Come September की धुन आती है।
इस गीत के, दो अन्य ज्ञात भारतीय संस्करण है। 1967 में आई तमिल फिल्म ‘नान’ में टी.के राममूर्ति ने, गीत ‘वंथल एननोडु‘ में उसी धुन का उपयोग किया। और 1995 की हिन्दी फिल्म ‘बाजी’ में, अनु मलिक ने ‘डोले डोले दिल डोले‘ में इसका पुनः इस्तेमाल किया।
ऐसे कई उदाहरण है, जहां एक ही धुन को कई गीतों में इस्तेमाल किया गया है। ‘नौजवान’ फिल्म से एस.डी बर्मन की “ठंडी हवाएं”, जो खुद ‘अरबी नाइट्स’ की धुन से प्रेरित थी। कुछ और भी उदाहरण है, जैसे कि बाद में मदन मोहन ने ‘ये है तमन्ना’ (आप की परछाई), रोशन ने ‘रहें न रहें हम’ (ममता) और आर.डी बर्मन ने ‘सागर किनारे’ (सागर) में इस्तेमाल किया।
साहित्यिक चोरी, वर्षों से चली आ रही है और यहां तक कि सबसे प्रसिद्ध संगीत निर्देशकों ने, पश्चिमी धुनों को चुराया है। कुछ मामलों में, उन्होंने संगीत स्रोत को स्वीकार किया, लेकिन दूसरे गीतों में, श्रोताओं द्वारा नकल की खोज की गई।
यहां, ऐसे 20 उदाहरण हैं, जहां पश्चिमी धुनों को उठाया गया है। वास्तविक सूची बहुत लंबी है, और यह कुछ सौ गीतों तक फैली हुई है, जहां गानों में पश्चिम धुनों को लिया गया है।
1.ये है बम्बई मेरी जान– सी.आई.डी
यह गीत बॉम्बे के लिए एक राष्ट्र गान बन गया। लेकिन, स्पष्ट रूप से ओ.पी. नय्यर के इस गीत की धुन, फ्रेडी क्विन द्वारा लोकप्रिय गीत ‘ओ माई डार्लिंग क्लेमेंटाइन‘ के धुन का पुनः इस्तेमाल होने वाला देशी संस्करण था। मजरूह सुल्तानपुरी द्वारा लिखे इस गीत को मोहम्मद रफी ने गाया, जिसमें गीता दत्त एक छंद गाती हुई नजर आती हैं। इस गाने में पर्दे पर जॉनी वॉकर नजर आते हैं।
2.इतनी बड़ी महफिल- दिल अपना और प्रीत पराई
संगीत निर्देशकों की जोड़ी शंकर-जयकिशन ने, स्पष्ट रूप से हैरी बेलाफोनटे की प्रसिद्ध गीत ‘बनाना बोट‘ के संगीत को इस गाने में उपयोग किया है। हसरत जयपुरी द्वारा लिखे इस गीत को गायिका आशा भोंसले ने गाया, जिसमें हेलेन नृत्य करती नजर आती हैं।
3.इतना न मुझसे– छाया
संगीत निर्देशक सलिल चौधरी ने स्वीकार किया कि यह 1961 की धुन मोजार्ट के 40वें सिम्फनी के शुरुआती संगीत में से एक थी। तलत महमूद और लता मंगेशकर द्वारा गाए इस गीत को राजेंद्र कृष्ण ने लिखा, जिसे सुनील दत्त और आशा पारेख पर फिल्माया गया था।
4.दिल उसे दो जो जान दे दे– अंदाज़
ऐसा प्रतीत होता है कि शंकर-जयकिशन के इस हिट गीत की शुरूआती धुन, बीटल्स बैंड के गीत ‘विद ए लिटिल हेल्प फ्रॉम माय फ्रेंड्स’ से प्रेरित थी। 1971 में आई फिल्म अंदाज में हसरत जयपुरी द्वारा लिखे इस गीत को मो. रफी और आशा भोंसले द्वारा गाया गया था।
5.चुरा लिया है तुमने- यादों की बारात
यह गाना आर.डी. बर्मन के लिए एक बहुत बड़ा हिट साबित हुआ था। मजरुह सुल्तानपुरी द्वारा लिखे इस गीत में ज़ीनत अमान और विजय अरोड़ा ने आशा भोंसले और मो. रफ़ी के पार्श्वगायन को लिप-सिंक किया था। बाद में, यह पता चला कि यह बोजौरा द्वारा लोकप्रिय गीत ‘इफ इट्स ट्यूसडे, दिस मस्ट बी बेल्जियम’ की धुन थी, जिसे “चुरा लिया है तुमने” गाने में पुनः इस्तेमाल किया गया था।
6. हरि ओम हरि – प्यारा दुश्मन
यह गीत उषा उत्थप के गाए गए हिट फिल्मों के गानों में से एक है। इस गीत को एक कैबरे बार के सैट पर कल्पना अय्यर और अमजद खान पर फ़िल्माया गया था। बप्पी लाहिड़ी ने ब्रिटिश डिस्को ग्रुप इरप्सन के प्रसिद्ध नील सेडका के गीत ‘वन वे टिकट’ से इसकी धुन को लिया था। इस गीत को अंजान ने लिखा था।
7. लैला ओ लैला– कुर्बानी
इंदीवर द्वारा लिखे इस गीत को अमित कुमार और कंचन ने गाया था, जिसकी धुन संगीतकारों की जोड़ी कल्याणजी-आनंदजी ने दी थी। ‘लैला ओ लैला‘ गीत अपने ड्रम के मजबूत संगीत के लिए जाना जाता था। ज़ीनत अमान, अमजद खान और फ़िरोज़ खान पर चित्रित इस गाने की धुन को ब्रसेल्स-आधारित एफ्रोबाइट समूह, ब्लैक ब्लड के ‘सिकानो’ की धुन से लिया गया था।
8. कर्ज़ थीम- कर्ज़
लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल द्वारा रचित और सुभाष घई द्वारा निर्देशित फिल्म की कर्ज़ थीम बहुत लोकप्रिय हुई। बहुत लोगों को नहीं पता था कि 1978 में आई एल्बम वीकेंड इन एल.ए के गीत ‘वी ऐज लव’ की धुन को लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल ने उठाया और कर्ज थीम में सीधे इसका इस्तेमाल किया। रॉनी फोस्टर के लिखे गीत ‘वी ऐज लव’ में गिटार वादक जॉर्ज वेन्सन ने जैज़ संगीत का उपयोग किया था।
9.कोई यहां नाचे नाचे- डिस्को डांसर
फारूक कैसर द्वारा लिखे इस गीत में बप्पी लाहिड़ी का संगीत एक बार फिर से था, जिसे उषा उत्थप और बप्पी लाहिड़ी ने गाया। इसकी वास्तविक धुन ‘वीडियो किल्ड द रेडियो स्टार’ गीत से लिया गया था, जिसकी रचना ब्रिटिश न्यू वेव बैंड द बुगल्स ने की थी, जो एक लहर बन गई, जिसमें टेलीविजन संगीत की प्रसिद्धि और रेडियो के पतन के बारे में बताया गया था।
10. तिरछी टोपी वाले – त्रिदेव
1980 के दशक के अंत में, क्यूबा–अमेरिकी गायक ग्लोरिया एस्टेफन अंतरराष्ट्रीय सनसनी बन गई थी, और संगीत निर्देशकों की जोड़ी कल्याणजी–आनंदजी ने ग्लोरिया एस्टेफन के गीत ‘रिदम इज़ गोना गेट यू‘ को तिरछी टोपी वाले गीत में ‘ओए ओए’ कैच लाइन में, इसके संगीत का उपयोग करना उचित समझा। इस गीत को अमित कुमार और सपना मुखर्जी ने गाया, जिसके बोल आनंद बख्शी ने लिखे थे।
11. तुमसे मिलके – परिंदा
आर.डी. बर्मन ने अनिल कपूर और माधुरी दीक्षित पर चित्रित इस गाने की धुन को बनाने के लिए लियो सेयर के हिट गीत ‘व्हेन आई नीड यू‘ के संगीत का पुनः इस्तेमाल किया। खुर्शीद हल्लौरी द्वारा लिखित इस गीत को सुरेश वाडकर और आशा भोंसले ने गाया था। यह एक बेहद सफल प्रेम गीत था। हालांकि, लोगों को यह पता लगाने में थोड़ा समय लग गया कि इसका संगीत वास्तविक नहीं था।
12. तम्मा तम्मा– थानेदार
1989 में आई फ़िल्म थानेदार के इस गीत को बनाने के लिए बप्पी लाहिड़ी ने, अफ्रीकी गायक, मोरी कांटे की ‘तमा‘ के संगीत की नकल की। इंदीवर द्वारा लिखे इस गीत को अनुराधा पौडवाल और बप्पी लाहिड़ी ने गाया था। अगले ही वर्ष आई फिल्म “हम” के गीत ‘जुम्मा चुम्मा’ में लक्ष्मीकांत–प्यारेलाल ने इसी धुन का पुनः इस्तेमाल किया, जिसे आनंद बख्शी ने लिखा और सुदेश भोंसले तथा कविता कृष्णमूर्ति ने गाया था।
13. जब कोई बात बिगड़ जाए– जुर्म
राजेश रोशन ने इस गाने को बनाने के लिए, इसकी धुन लोकप्रिय लोक–धुन ‘500 माइल्स’ से ली थी, जो कुमार सानू की शुरुआती हिट गानों में से एक थी और इसमें साधना सरगम भी थी। अंग्रेजी संस्करण पीटर पॉल एंड मैरी और बॉबी बेयर सहित कई कलाकारों द्वारा रिकॉर्ड किया गया था। इसके हिंदी संस्करण के शब्द इंदीवर ने लिखे थे।
14. आते जाते हंसते गाते – मैंने प्यार किया
स्टीवी वंडर की एल्बम ‘आई जस्ट कॉल, टू से आई लव यू‘ का हिंदी संस्करण, आते जाते हंसते गाते का धुन, राम-लक्ष्मण ने दिया था। देव कोहली द्वारा लिखे इस गीत को लता मंगेशकर और एस.पी बालासुब्रमण्यम ने गाया था। संगीत निर्देशकों ने उसी फिल्म में ‘मेरे रंग में‘ गीत के संगीत को बनाने के लिए यूरोप के रॉक बैंड ‘द फाइनल काउंटडाउन‘ की धुन को पुनः इस्तेमाल किया था।
15. धीरे-धीरे से मेरी ज़िंदगी में आना – आशिकी
नदीम–श्रवण ने इस गाने के साथ एक बड़ी सफलता प्राप्त की, जो स्पष्ट रूप से अमेरिकी गायक जॉयस सिम्स के ‘कम इनटू माय लाइफ‘ से प्रेरित थी। कुमार सानू द्वारा गाए इस गीत को रानी मलिक ने लिखा था। फिल्म में राहुल रॉय और अनु अग्रवाल मुख्य कलाकार की भूमिका में थे।
16. ऐसा ज़ख्म दिया है – अकेले हम अकेले तुम
संगीत निर्देशक अनु मलिक के पास एक ऐसा दौर था, जब उन्होंने बहुत सारी धुनों की चोरी की। और उन्होंने उन धुनों की नकल की, जो सबसे अनपेक्षित थे। इस गाने की शुरूआती धुन रॉक बैंड, ‘डीप पर्पल’ के ‘चाइल्ड इन टाइम‘ से सीधे ली गई है। मजरुह सुल्तानपुरी द्वारा लिखित इस गीत को उदित नारायण, नवांगत शंकर महादेवन और आमिर खान ने गाया था।
17. लड़ना झगड़ना– डुप्लीकेट
अनु मलिक ने आश्चर्य व्यक्त किया, जब उन्हें डुप्लीकेट फिल्म के गाने के धुन की समानता, ‘ए–टिस्केट ए–टास्केट‘ की धुन से बताया गया, लेकिन बाद में उन्होंने यह स्वीकार किया कि इस गाने का कोरस ‘ए–टिस्केट ए–टास्केट‘ गीत का तेज संस्करण था, जिसे जैज दिग्गज, ‘एला फिट्जगेराल्ड’ द्वारा लोकप्रिय किया गया था। जावेद अख्तर द्वारा लिखे इस गीत को कविता कृष्णमूर्ति और अभिजीत भट्टाचार्य द्वारा प्रस्तुत किया गया था।
18. सुनो जरा– बड़ा दिन
जतिन–ललित ने इस गाने की धुन में कनाडाई गायिका, ऐनी मरे के गीत ‘यू नीडेड मी‘ की एक-एक धुन की नकल की। जावेद अख्तर द्वारा लिखे इस गीत को कुमार सानू और अलका याग्निक ने गाया था। इस गाने में मार्क रॉबिन्सन और तारा देशपांडे पर्दे पर उपस्थित हुए।
19. कम्बख्त इश्क – प्यार तूने क्या किया
नितिन रायकवार द्वारा लिखित और आशा भोंसले एवं सुखविंदर सिंह द्वारा गाए गए इस गीत को बहुत सारे लोगों ने, कुछ महीनों तक इसे संगीत निर्देशक संदीप चौटा द्वारा निर्मित एक खूबसूरत रचना समझा। अचानक लंदन स्थित, विश्व संगीत समूह, “एफ्रो सेल्ट साउंड सिस्टम” भारत में लोकप्रिय हो गया और लोगों ने इसका मूल संगीत ‘आइरन‘ गीत में सुना।
20. सिकदुम – धूम
संगीतकार प्रीतम की एक अलग रणनीति थी। उन्होंने अंग्रेजी धुनों को लेने के बजाय, दुनिया के विभिन्न क्षेत्रों से धुनें उठाई। इनके गीतों के संगीत के स्रोतों का पता तब तक अज्ञात था, जब तक कोई एक नेट–फ्रेंडली श्रोता, इसकी धुन की खोज इंटर्नेट पर नहीं की। मिसाल के तौर पर ‘सिकदुम‘, तुर्की गायक तारकिन की ‘सिकिडिम‘ से प्रेरित थी। शान और श्रेया घोषाल द्वारा गाया गया यह गीत समीर के द्वारा लिखा गया था।