समरूप लक्षणों से स्वयं को भ्रमित ना होने दें
कोरोना वायरस (कोविड-19) का भय, चारों ओर अराजकता और भ्रम का कारण बन गया है। कोविड-19, फ्लू जैसी अनुकरण करने वाली बीमारी है । एक ही समय में फ्लू जैसे लक्षणों वाले कई वायरस फैले हुए है, इसलिए यह समझना आवश्यक है कि कोविड-19, फ़्लू से कैसे अलग है।
तो कोई, कैसे इन दोनों के बीच में अंतर कर सकता है।
- समरूप लक्षण, लेकिन अलग– अलग तीव्रता – कोविड-19 और फ्लू, समान लक्षण प्रदर्शित करते हैं। हालांकि, इनकी तीव्रता भिन्न होती है। फ्लू के लक्षण तुरंत दिखाई देते है, जबकि कोविड-19 के लक्षण, धीरे–धीरे दिखाई देंगे।
- लक्षणों में अंतर – विश्व स्वास्थ्य संगठन(WHO) के अनुसार, फ्लू के लक्षण- तेज बुखार, गले में खराश, भरी हुई नाक और सूखी खांसी के साथ अचानक शुरू होती है, जबकि कोविड-19 के लक्षण- बुखार, सूखी खांसी और सांस लेने में तकलीफ के साथ धीरे–धीरे शुरू होती है। निमोनिया में कोविड-19 के लक्षण विकसित होने के कई मामले सामने आए हैं। यह विशेष रूप से, उन बुजुर्गों के लिए चिंताजनक है, जिन्हें स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं है।
- कॉल टू एक्शन – फ्लू जैसे लक्षण होने पर क्या करें? अस्पताल जाने के लिए जल्दबाजी ना करें। जब वायरस से संक्रमित व्यक्ति आपके आसपास हो, तो आपके वायरस के संपर्क में आने की संभावना अधिक होती है। ऐसी परिस्थितियों में, किसी भी वायरस के संपर्क में आने से बचने के लिए, अस्पताल जाने से पहले, अपने डॉक्टर से संपर्क करें।
- रोकथाम – यह अनुशंसित है कि हैंड सैनिटाइज़र का उपयोग करने के बजाय, अपने हाथों को छोटे-छोटे अंतरालों पर धोते रहे। लोगों के करीब खड़े होने से बचें। जितना हो सकता है, भीड़ से दूर खड़े होने की कोशिश करें। फ्लू को रोकने के लिए एक टीकाकरण है। इसलिए इसका टीका लेना, कोरोना वायरस से लड़ने का एक अच्छा विचार होगा, क्योंकि यह आपको कोरोना वायरस से बेहतर तरीके से लड़ने में मदद करेगा।
- विषाणुओं को जाने– कोरोना वायरस के विस्फोट के, पहले चार महीनों के दौरान, कोविड-19 ने लगभग 4,300 लोगों की जान ले ली। विश्व स्वास्थ्य संगठन(WHO) के अनुसार, फ्लू, प्रतिवर्ष दुनिया भर में 290,000 से 650,000 को मारता है। उन लोगों में से लगभग 0.1% ही फ्लू से मरते है, जो इससे संक्रमित होते हैं। लेकिन यह अभी भी, हर साल सैकड़ों हजारों लोगों को मारता है, क्योंकि प्रतिवर्ष, इससे संक्रमित होने वाले लोगों की संख्या लाखों में है। नए कोरोना वायरस के कारण होने वाली महामारी को रोकने के लिए सावधानी बरतना महत्वपूर्ण है।
- ध्यान रखें – कोरोना वायरस के प्रकोप के शुरुआती दिनों में पकड़े गए मामले, अक्सर सबसे गंभीर होते है। हल्के या बिना किसी लक्षण वाले लोगों का परीक्षण नहीं किया जाता है और कभी–कभी अस्पतालों में सबसे अधिक बीमार रोगियों की देखभाल के लिए संघर्ष होता है। नए कोरोना वायरस से संक्रमित, अधिकांश लोग हल्के या मध्यम लक्षण विकसित करते हैं और लगभग दो सप्ताह बाद ठीक हो जाते हैं। क्षेत्रों के आधार पर, विभिन्न रिपोर्टों ने यह अनुमान लगाया है कि इससे ग्रसित लोगों की मृत्यु दर 1% से कम और अधिक से अधिक 4% तक है। कोविड-19 myth busters by WHO से भी अवगत रहें ।