सरोज खान भारतीय सिनेमा जगत की नृत्य गुरु थी। नरेंद्र कुसनूर ने सरोज खान द्वारा कोरियोग्राफ किए गए गानों की सूची बनाई है, जो उनके कार्य को परिभाषित करती है।
Bollywood में जब बात कोरियोग्राफी/ नृत्यकला की आती है तो सरोज खान(मास्टर जी)का नाम एक अलग ही जादू बिखेरता है। इसमें कोई आश्चर्य नहीं होता की उनके द्वारा कोरियोग्राफ किए गये गाने अपने समय की सबसे प्रसिध्द/ लोकप्रिय अभिनेत्रीयाँ श्रीदेवी, माधुरी दीक्षित और ऐश्वर्या राय बच्चन पर फिल्माए गए।
सरोज खान,जिनका देहांत शुक्रवार, 3 जुलाई को हो गया, अपने पीछे कितनी यादें छोड़ गई। उनके द्वारा कोरियोग्राफ किए गए अधिकांश गानों में नर्तकों/ dancers का बड़ा समूह देखा जाता था जिसमें उनका उद्देश्य यही होता था की जो भी सैट पर हो सभी के ऊपर उनका ध्यान समान रुप से केंद्रित रहे।
अधिकांशतः उनका सैट चमक धमक से भरा हुआ, भव्य, विशाल और खर्चीला होता था। बहुत सारे गानों के सफल होने में उनका योगदान है क्यूंकि गानों में नृत्य भाव/ डांस मूवस बहुत अच्छे थे।
उनके 10 ऐसे गानें हमने क्रमांक में चुने हैं जो उनके कार्य को पारिभाषिक करते हैं। इसमें बहुत सारे गानें 80 के दशक के अन्त और 90 के दशक के प्रारंभ में कोरियोग्राफ किए गए जब वो अपने शिखर पर थी, और उनके प्रतियोगी भी कम थे। सरोज खान जी ने अपने जीवन के अंत समय तक अपनी छवि बनाये रखी। उनकी प्रतिभा पिछ्ले साल आई फिल्म मणिकर्णिका ‘द क्वीन ऑफ़ झांसी’ और कलंक में भी देखी जा सकती है।
1.हवा हवाई– मि. इंडिया (1987)
जावेद अख्तर जी के गीत, लक्ष्मीकांत–प्यारेलाल का संगीत और कविता कृष्णमूर्ती के द्वारा गाया गया गाना “बिजली गिराने मैं हूँ आई, कहते हैं मुझको हवा हवाई” श्रीदेवी पर फिल्माया गया, जो उनके सुन्दर नृत्य कला को दर्शाता है और विशाल एवं भव्य सैट इसे पूर्ण करता है।
2.एक दो तीन– तेज़ाब (1988)
यह गाना जिसने माधुरी दीक्षित को रातों रात बुलंदी के शिखर पर पहुँचा दिया। इस गानें में माधुरी दीक्षित गुलाबी कपड़ों में Ramp पर नाचती नजर आती है और भीड़ मोहिनी मोहिनी कह कर संबोधित/ पुकारती है, और यह सरोज खान जी की विशेषता थी की उन्होनें माधुरी दीक्षित से उनके प्रतिभा को उजागर करवाया।
मास्टर जी के कोरियोग्राफ किए गए गानों में लक्ष्मीकांत–प्यारेलाल और जावेद अख्तर की अहम भूमिका होती थी।
3.मेरे हाँथों में– चांदनी (1989)
सरोज खान ने इस गाने में श्रीदेवी से सबसे अच्छा और क्या खुब काम लिया है।
यशराज की फिल्म का यह गाना शादी के सैट पर फिल्माया गया है, जिसमें श्रीदेवी ने आतिसुंदर शास्त्रीय नृत्य प्रस्तुत किया, लता मंगेशकर की आवाज, शिव– हरि का संगीत और आनंद बक्शी के गीत इस गाने को और भी भव्य और मनमोहक बनाते हैं।
4. धक-धक– बेटा(1992)
सरोज खान का धन्यवाद जिनके “धक-धक” नृत्य भाव (dance moves) के कारण माधुरी दीक्षित “धक-धक गर्ल” कहलाने लगी। पेड़ों से घिरे सैट और गाने में अनिल कपूर की उपस्थिति समा बान्ध देती है। गाने का संगीत आनंद मिलिन्द, स्वर अनुराधा पौड्वाल और उदित नारायण के हैं।
5.ये काली काली आंखें– बजीगार (1993)
क्लब के सैट पर फिल्माया गया यह गाना,
शाहरुख खान के फिल्मी जीवन के प्रारंभ के हिट फिल्मों के गानों में से एक है जिसमें काजोल ने उनका साथ निभाया, गाने के बोल देव कोहली, संगीत अनु मलिक और आवाज कुमार सानू जी की है। जो कहानी बताई जाती है उसके अनुसार काजोल को सरोज खान ने जो सलाह दी थी उस पर चलते हुए काजोल, पहले ही प्रयास में सफल रही।
6.चोली के पीछे– खलनायक (1993)
यह गाना अपने समय का सबसे विवादित गाना रहा जिसके बोल आनंद बख़्शी जी के हैं। अलका याग्निक और इला अरुण के द्वारा गाया गया यह गाना बहुत बड़ा हिट रहा जिसके संगीतकार लक्ष्मीकांत–प्यारेलाल जी हैं। सरोज खान की कोरियोग्राफी में माधुरी दीक्षित और नीना गुप्ता ने मनमोहक राजस्थानी लोकनृत्य प्रस्तुत किया है। जिसका लुत्फ़ गाने में, संजय दत्त लेते नजर आते हैं ।
7. निम्बुरा– हम दिल दे चुके सनम (1999)
गीतकार महबूब और संगीतकार इस्माइल दरबार द्वारा तैयार किया गया यह गाना राजस्थानी लोकगीत पर आधारित है, जिसे एक भव्य और विशाल सैट पर ऐश्वर्या राय बच्चन और अजय देवगन पर फिल्माया गया, जिसे कविता कृष्णमूर्ती ने अपने सुर से सजाया।
8.राधा कैसे न जले – लगान (2000)
गाँव के माहौल को दर्शाता यह लोकगीत आमिर खान और ग्रेसी सिंह पर फिल्माया गया, जो आशा भोंसले और उदित नारायण की आवाज,जावेद अख्तर के बोल और ए. आर. रहमान के संगीत से सुसज्जित है।
गाने को सरोज खान के निर्देशन में बड़ी ही शालीनता के साथ दर्शाया गया है।
9.डोला रे डोला– देवदास(2002)
इस गाने की कोरियोग्राफी सरोज खान के सबसे उत्कृष्ट और स्मरणीय कार्यों में से एक है जिसमें ऐश्वर्या राय और माधुरी दीक्षित उत्कृष्ट नृत्य प्रस्तुत करती नजर आती हैं ।
10. बरसो रे – गुरु (2007)
यह गाना सरोज खान के द्वारा कोरियोग्राफ किए गए दुसरे गानों से बिल्कुल भिन्न है। गुलजार के गीत,ए. आर. रहमान का संगीत, श्रेया घोशाल और उदय मजूमदार के सुर से सुसज्जित गानें को ऐश्वर्या राय पर फिल्माया गया है। गानें के डांस स्टेपस आज भी युवा पीढ़ी को प्रेरित करते हैं।