वाई.आर.आनंद, पिंक फ्लोयड को उदय के वर्षों में एक बैंड के रूप में देखते और सुनते हैं, जिसके गीतों ने श्रोताओं के दिलों दिमाग पर कब्जा कर लिया और फिर कभी नहीं गया।
वी डोंट नीड नो एजुकेशन वी डोंट नीड नो थाट कंट्रोल नो डार्क सारकाजम इन क्लासरूम टीचर्स, लीव देम किड्स अलोन हे,टीचर्स लीव दोज किड्स अलोन ऑल इन ऑल, इटस जस्ट अनदर ब्रिक इन द वॉल ऑल इन ऑल, यू आ जस्ट अनदर ब्रिक इन द वॉल
जब पिंक फ्लोयड ने वॉल जारी किया, उस समय तक वो एक प्रसिद्ध बैंड बन चुका था। वॉल एक रॉक क्लासिक और कल्ट ऐल्बम बन गया। ऐल्बम के गीत और मधुर संगीत ने दिमाग पर सामाजिक पीड़ा और विचार नियंत्रण की छवी बनाई। गाना शानदार वाद्य संगीत से समर्थित था।
पिंक फ्लोयड को एक बैंड के रूप में, किसी भी संगीत की श्रेणी में डालना अत्यंत कठिन है, हालांकि ये ठोस रॉक शैली का बैंड है। बैंड को विभिन्न रूप से साइकेडेलिक, आरटी, एसिड, रॉक के प्रगतिशील रूप में बताया गया है। इनके कई गानों में संगीत जैज़ बैंड की तरह भी सुनाई देते हैं। मुझे लगता है कि उनके जटिल और स्थानिक संगीत को रॉक या फ्रीफ़ार्म संगीत के किसी भी उप-वर्ग में वर्गीकृत किया जा सकता है।
तो ये बैंड कैसे बना? 1963 में, तीन ब्रिटिश आर्किटेक्चर छात्रों ने जिनका नाम रोजर वॉटरस, निक मेसन और रिचर्ड राइट, अपने तीन अन्य दोस्तों के साथ षष्टक रूप में लंदन में संगीत बजाना शुरू किया। वे अपने आप को सीगमा 6 कहते थे। बैंड ने छोटे रेस्तरां, निजी समारोह और संगीत कक्षों में प्रदर्शन करना शुरू किया।
1964 में, सिड बैरेट, जिसे रोजर वॉटरस जानता था, कुछ सालों के लिए बैंड में शामिल हो गया। वह रचनात्मक प्रतिभा का धनी था और शीघ्र ही बैंड का प्रमुख सदस्य बन गया। वह गिटार बजाता था और मुख्य गायक के रूप में गाना गाता था। उसने प्रारंभ में कई गाने भी लिखे। बैंड ने क्लबों में बजाना जारी रखा। बैंड के लिए, “पिंक फ्लोयड साउंड” नाम अपनाया गया। यह दो ब्लूज गायकों, पिंक एंडरसन और फ्लोयड काउंसिल के पहले नामों का संयोजन था, जिसका संगीत सिड बैरेट को पसंद था।
वो अपने पहले प्यार(संगीत)के लिए सच्चे थे, बैंड ने कई तालों को और ब्लूज के गानों को बजाना शुरू किया और धुनों पे भी काम करना शुरू किया। बैरेट और राइट ने ध्वनि प्रभावों पर प्रयोग करना आरंभ किया और कीबोर्ड की ध्वनि के साथ संगीत में अपना रास्ता बनाया।
पेशेवर पहचान
1966 तक बैंड को ज्यादा पहचान मिलने लगी और विभिन्न स्थानों पर गाने और बजाने के लिए नियमित रूप से कुछ पैसे भी मिलने लगे। इस समय पीटर जेनर और एंड्रयू किंग ने पेशेवर तरीके से बैंड प्रबंधन करना शुरू कर दिया था। इस समय के दौरान, बैंड के नाम से साउंड को निकाल दिया और यह पिंक फ्लोयड बन गया।
1966 में, बैंड का पहला एकाकी गीत अर्नल्ड लेन, कैसेट्स के एक तरफ (A-side) और कैंडी एंड अ करंट बन गीत, कैसेट्स के दूसरी तरफ(B-side), इ.एम.आई द्वारा जारी किया गया। इसके बाद, 1967 में इनका एकाकी गाना “सी एमिली प्ले” जारी किया गया। इस गाने ने संगीत चार्ट में पहले गाने से बेहतर काम किया और ब्रिटिश संगीत में 6 नंबर पर रहा। 1966 के मध्य में, इ.एम.आई ने पिंक फ्लोयड की पहली ऐल्बम “द पाईपर एट द गेट्स ऑफ डान”, जारी किया। ऐल्बम ने सम्मान रूप से प्रदर्शन किया और ब्रिटिश चार्ट पर 6 नंबर पर पहुँच गया।
पिंक फ्लोयड के लाइव प्रदर्शनों ने बड़ी संख्या में भीड़ को, अपनी तरफ आकर्षित करना शुरू कर दिया। लेकिन इस समय तक, सिड बैरेट जो बैंड का सबसे प्रमुख सदस्य था, विचित्र तरीके से व्यवहार करने लगा। उसकी मानसिक स्थिति नाजुक हो गई और नशे की लत ने भ्रम की स्थिति पैदा कर दी। वह वास्तव में प्रदर्शन किए बिना ही, बैंड में दिखाई देने लगा। पर उसने गाना लिखना जारी रखा।
डेविड गिलमर, लंदन में सिड बैरेट का एक साथी छात्र था और उन्हें अच्छी तरह से जानता था। वह एक प्रमुख गिटार वादक और गायक भी था। समुह ने उसे पिंक फ्लोयड के 5वें सदस्य के रूप में शामिल किया। उसे बैरेट का स्थान दिया गया था, क्योंकि बैरेट का व्यवहार अस्थिर और अविश्वसनीय होता जा रहा था और अंततः, डेविड गिलमर ने पूरी तरह सिड बैरेट का स्थान ले लिया। 1968 तक बैरेट, पिंक फ्लोयड बैंड से बाहर हो गया। पिंक फ्लोयड की कई कृतियों के लिए उसे सबसे प्रतिभाशाली और प्रेरणादायक माना जाता था। उसके जाने के बाद रोजर वॉटरस ने गाना लिखने को गंभीरता से लिया और प्रमुख रचनाकार बन गए। दूसरे सदस्यों भी, अपने करियर के दौरान, बैंड में योगदान देते रहे।
प्रबंधन दल के जेनर और किंग ने भी कंपनी छोड़ दी और सिड बैरेट के एकाकी करियर का साथ दिया। स्टीव ओ’ रॉक ने बैंड के प्रबंधक का स्थान लिया।
समूह द्वारा जारी किया गया दूसरा ऐल्बम “ए सॉसर फुल ऑफ सेक्रेट्रस” था, जिसे एबी रोड स्टूडियोज में रिकॉर्ड किया गया। इसमें “जगबैंड ब्लूज”, सिड बैरेट के द्वारा दिया गया, पिंक फ्लोयड में ये अंतिम योगदान था।
पिंक फ्लोयड, उन कुछ रॉक बैंडस में से एक था जिसने अपने साइकेडेलिक कवर के डिजाइन के लिए पेशेवर डिजाइन संगठनों को कार्य सौंपा, जो उन दिनों बहुत असामान्य था।
बैंड का ऐल्बम, “डार्क साइड ऑफ द मून” काफी लाभकारी था। इस ऐल्बम के आने से पहले उन्होंने 3 और एल्बमों, अमागमा, एटम हार्ट मदर और मेडल” को जारी किया। पहला ऐल्बम, वास्तव में बैंड के प्रत्येक सदस्य का योगदान और लाइव प्रदर्शनों का एक संग्रह था। उसके बाद एटम हार्ट मदर आई। जबकि बैंड के सदस्य इस प्रयास को कुछ हद तक खारिज कर चुके थे। यह पिंक फ्लोयड का पहला, नंबर 1 ऐल्बम बना।
मेडल ने समूह के वास्तविक प्रमुख योगदानकर्ता के रूप में डेविड गिलमर के उदय को भी देखा। इस ऐल्बम ने पिछले 2/3 वर्षों के बाद, समूह में ऊपर चढ़ना शुरू किया और ब्रिटिश चार्ट पर नंबर 3 पर समाप्त हुआ। इस ऐल्बम के गानों में, आपका पीछा न छोड़ने वाली गूंज थी।
चन्द्रमा की चाहत
फिर 1973 में “द डार्क साइड ऑफ मून” आई। इस ऐल्बम को भी एबी रोड स्टूडियोज में ही इ.एम.आई के कर्मचारी अभियंता, जिसका नाम एलेन पार्सनस था, के साथ रिकॉर्ड किया गया। अधिकांश पाठक इस बात से परिचित होंगे कि बाद में एलेन पार्सनस स्वयं की परियोजना, “एलेन पार्सनस परियोजना” के लिए प्रसिद्ध हुए।
जब यह ऐल्बम जारी हुआ तो इसे ब्रिटेन और दुनिया के दूसरे हिस्सों में लोगों की शीघ्र और सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली। इसने लोकप्रिय और पंत संगीत के रूप में बड़े पैमाने पर लोगों को आकर्षित किया। शीघ्र ही, यह शीर्ष पर पहुंच गया और निरंतर रूप से लंबे समय तक शीर्ष पर बना रहा। आज तक, इसकी 450 लाख से ज्यादा प्रतियाँ बिक चुकी है और ये दुनिया में तीसरा सबसे ज्यादा बिकने वाला ऐल्बम है।
ऐल्बम के ये सारे गाने ब्रिद, टाइम, मनी, द ग्रेट गिग इन द स्काई, अस एण्ड देम, ब्रैन डैमज सभी अपने आप में ही अद्भुत थे। ब्रिद और आन द रन से धीरे-धीरे क्षय करने वाली आवाजों के साथ, गाने के संगीत में समय आने पर अलार्म घड़ी के झटके की तरह, आपको जगा देने वाला संगीत है।
द लुनेटिक इज़ इन माइ हेड द लुनेटिक इज़ इन माइ हेड यू रेज द ब्लेड, यू मेक द चेंज यू रीअरेंज मी टील आएम सेन यू लॉक द डोर एंड थ्रो अवे द कीइ देअर’स समवन इन माइ हेड बट इटस नॉट मी एंड इफ द क्लाउड बस्ट, ठंडर इन योर इयर यू शॉउट एंड नो वन सीम्स टू हीयर एंड इफ द बैंड यू आ इन स्टार्स प्लेइंग डीफरंट ट्यून ऑ यल सी यू आन द डार्क साइड ऑफ द मून
ऊपर दिए गए गानों की पंक्तियाँ ऐल्बम के शीर्षक गीत द डार्क साइड ऑफ द मून के थे।
इसका संगीत आपकी सारी चिंताओं को मुक्त कर देने वाला था। यह गाना आज भी सुनने में उतना ही अच्छा लगता है चाहे आप इसे पहले कितनी बार ही सुना क्यों न हो।
द डार्क साइड ऑफ द मून की बड़ी सफलता के बाद, इनका दूसरा ऐल्बम वीस यू व हीअर आया। इस ऐल्बम के संरचना में
सैक्सोफोन और जैज़ के संगीत का कुछ शानदार काम किया गया था। यह ऐल्बम भी चार्टस पर अतिशीघ्र ही नंबर 1 पर पहुंच गया। ऐल्बम के सारे गाने काफी अच्छे थे और इनमें बहुत सारी रचनात्मक ध्वनि थी। ऐल्बम का गाना, “शाइन आन यू क्रेजी डायमंड” सबसे अधिक प्रसिद्ध हुआ।
इस ऐल्बम के बारे में एक दिलचस्प घटना यह है कि सिड बैरेट, बैंड के सदस्यों से मिलने स्टूडियो पहुंचे, ये देखने के लिए कि वो कैसा कर रहे हैं। लेकिन उनकी वेश-भूषा इतनी बदल चुकी थी कि बैंड के सदस्यों ने उन्हें नहीं पहचाना और इस बात से परेशान होकर वो वहाँ से चले गए।
इसके बाद उनका अगला ऐल्बम एनिमलस आया। इस ऐल्बम ने भी गानों की चार्टस पर अच्छा काम किया, परंतु पिछले दो ऐल्बमों की टक्कर में नहीं आ सका।
वॉल की प्रसिद्धि
फिर वॉल आई और इसे इस दूसरी ऐल्बम वॉल(पार्ट टू) की सहायता प्राप्त हुई। इस ऐल्बम का मूल सिद्धांत, पिंक के संगीतमय जीवन को बताने का था जो उनके दिलचस्प चरित्र का विवरण देता था। इस ऐल्बम में, सिड बैरेट की कुछ विशेषताएं भी, पिंक चरित्र के लिए प्रेरणा थी। अंततः ऐल्बम की संकल्पना को एक फ़िल्म में तब्दील किया गया, जिसमें बॉब जेलडॉफ, पिंक की भूमिका में नजर आए।
द फाइनल कट, पिंक फ्लोयड की अंतिम वास्तविक ऐल्बम थी, जिसको 1982 में जारी किया गया। तब तक बैंड सदस्यों में अंदर ही अंदर बहुत असहमति होने लगी और उन सब ने अपनी खुद के एल्बमों की रिकॉर्डिंग आरंभ कर दी।
1985 और 1994 में डेविड गिलमर ने, एक रुप से दूसरे रूप में, ए मोमेंटरी लैपस ऑफ रिजन और द डिवीजन बेल जैसे ऐल्बमों को जारी करके, बैंड को वापस से जीवित करने की कोशिश की। दोनों ऐल्बमों को जनता की मिश्रित प्रतिक्रिया मिली।
जबकि बैंड का कोई भी सदस्य 2 जुलाई, 2005 तक कभी साथ नहीं आया क्योंकि हर सदस्य स्वयं के करियर पर ध्यान दे रहा था। 2 जुलाई 2005 को, बॉब जेलडॉफ ने, लाइव 8 पर संगीत कार्यक्रम का आयोजन किया, जिसमें वो सभी साथ नजर आए। जनता ने इस गाने को बहुत उत्सुकता से अपनाया।
2006 में, सिड बैरेट के निधन के बाद, 2007 में बैंड के चार सदस्यों ने उसकी याद में संगीत कार्यक्रम आयोजित किया। यह सम्भवतः अंतिम बार था जब बैंड के चारों सदस्यों ने एक साथ मिलकर कार्यक्रम किया। 2008 में, रिचर्ड राइटस का भी निधन हो गया और इससे बैंड पूर्ण रूप से समाप्त हो गया।
कुछ साल पहले, रोजर वॉटरस ने बैंगलुरू में बड़ी भीड़ के सामने प्रदर्शन किया।
आज भी उनके गाने को पूरे विश्व में बजाया और प्रदर्शित किया जाता है और इसका संगीत विभिन्न प्रकार के लोगों को मन्त्रमुग्ध करता है। इसका संगीत अनगिनत रेडियो और इन्टरनेट स्टेशनों पर तथा फ़िल्मों और टीवी शोज के पृष्टभूमि में सुना जा सकता है। गिलमर और वॉटरस बीच बीच में अपना प्रदर्शन जारी रखते है और पिंक फ्लोयड जीवित है, उनके अनुयायियों के दिलों में।