Friday, March 29, 2024
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अतिवर्णकता (हाइपरपिग्मेंटेशन) मिटाने के 5 प्राकृतिक उपाय

इस प्रकार अपनी त्वचा की देखभाल करें, और को वर्णकता दूर करें

अपनी त्वचा के निर्मल होने के दिनों को याद करते हुए हम उसपर छाए दाग़-धब्बों को छुपाने के प्रयास करते हैं. कांतिहीन, धब्बेदार, निर्जीव त्वचा कोई भी पसंद नहीं करता, और धब्बे मिटाने का यह संघर्ष एक सत्य है, विशेषकर बढ़ती उम्र के साथ. दुर्भाग्यसे अतिवर्णकता मिटाना कठिन है, लेकिन इसका घर पर ही उपचार करने के अनेक प्राकृतिक उपाय हैं. इन उपायों से आप इस त्वचारोग के प्रभाव को कम कर सकेंगे.

अतिवर्णकता क्या है?

अतिवर्णकता त्वचा की वह अवस्था है जिसमें त्वचा के कुछ भाग आप की त्वचा के प्राकृतिक रंग से अधिक गहरे रंग के नज़र आते हैं. मेलानिन नामके एक भूरे वर्णक के अत्यधिक उत्पादन से ऐसा होता है – मेलानिन त्वचा को उसका रंग देता है. मेलानिन के अत्यधिक उत्पादन से आपकी त्वचा पर असमान धब्बे आ जाते हैं, अथवा सारा शरीर इनसे भर जाता है. इससे कोई तकलीफ नहीं होती, लेकिन बहुत लोगों को यह कष्टदायक लगता है. एज स्पॉट्स या लिवर स्पॉट्स भी अतिवर्णकता का एक प्रकार होते हैं।

अतिवर्णकता के कारण

हर प्रकार की त्वचा वालों को अतिवर्णकता होने के अनेक कारण हैं. अतिवर्णकता के कुछ सामान्य कारण ये हैं –

धूप – यह अतिवर्णकता का सबसे सामान्य कारण है. धूप की यू वी किरणें, त्वचा को हानि से बचाने के लिए मेलानिन के उत्पादन को बढ़ाना आरंभ कर देती हैं. ग्रीष्म ऋतु में त्वचा का सुंदर साँवला रंग अतिरिक्त मेलानिन के कारण ही होता है. लेकिन धूप में ज़्यादा समय तक रहने या बार बार जाने से, आप की त्वचा पर ‘सनस्पॉट्स’ के धब्बे उभर सकते हैं.

त्वचा की सूजन – मुँहासे, चोट, खुजलाना, (दाँत से) काटना, एक्ज़ीमा… इनसे सूजन हो सकती है. त्वचा को हानि से बचाने के लिए मेलानिन का उत्पादन बढ़ जाता है. और सूजन से होनेवाले दाग़ बाद में गहरे रंग के धब्बों के रूप में बचे रहते हैं.

मेलास्मा – इसे ‘गर्भावस्था का मास्क’ भी कहते है, और यह महिलाओं को गर्भावस्था में होता है. पुरुषों को भी यह हो सकता है. अत्यधिक धूप का प्रभाव, हॉरमोन के परिवर्तन, तनाव, चिंता और आनुवंशिक कारणों से भी मेलास्मा हो सकता है.

औषधियाँ – कुछ औषधियों और एंटीबायोटिक्स से भी अतिवर्णकता हो सकती है. यह एड्डीसन के रोग से भी हो सकता है, जो एड्रीनल ग्रंथि का एक विकार है जिसमें मेलानिन का उत्पादन बढ़ जाता है.

अतिवर्णकता के उपचार के अनेक उपाय हैं. हम यहाँ 5 ऐसे प्राकृतिक उपाय दे रहे हैं जो आप घर पर कर सकते हैं.

  1. हल्दी का फेस मास्क

यदि आपकी अतिवर्णकता धूप में अत्यधिक रहने के कारण है तो हल्दी उसपर गुणकारी है.

आपको चाहिए –

1 बड़ा चम्मच हल्दी

1 बड़ा चम्मच आटा (चावल का, या बेसन)

1 बड़ा चम्मच तेल (बादाम, जैतून, नारियल)

1 बड़ा चम्मच शहद

सभी सामग्री को मिलाकर एक गाढ़ा पेस्ट बना लें. हर दिन इसे प्रभावित स्थान पर या अपने चेहरे पर लगाकर 10-20 मिनट तक रहने दें. आपको धीरज रखना होगा क्योंकि इसके उपयोग के परिणाम आपको चार सप्ताह में देखने को मिलेंगे.

  1. ऐपल साइडर विनीगर

दाग़-धब्बे मिटाने में ऐपल साइडर विनीगर गुणकारी है. इसका एसेटिक त्वचा के रंग को हल्का करता है, और उसके कसैले गुण त्वचा के खुले रंध्रों पर कार्य करते हैं तथा पी एच संतुलन बनाए रखते हैं. तैलीय त्वचा के लिए यह बहुत उपयुक्त है.

आपको चाहिए –

1 कप ऐपल साइडर विनीगर (अच्छी क्वालिटी का)

1 कप पानी

एक स्प्रे बोतल

ऐपल साइडर विनीगर और पानी को समान मात्रा में मिलाकर स्प्रे बोतल में भर लें. प्रभावित स्थान पर स्प्रे करके 2-3 मिनट तक रहने दें. पानी से धो लें. वांछित परिणाम पाने के लिए प्रतिदिन दो बार ऐसा करें.

  1. एलो वेरा जेल

एलो वेरा गूदेदार पत्तों वाला एक बहुउपयोगी पौधा है, जिसमें त्वचा को सौम्य बनाने के गुण हैं. उसमें एलोइन होता है, जो त्वचा से वर्णक हटाकर उसके रंग को प्राकृतिक रूप से हल्का करता है.

आपको बस एक एलो वेरा का पौधा चाहिए. एक पत्ते में से जेल (रस) निकालें, और सोने से पहले लगा लें. रातभर इसे रहने दें और अगली सुबह गरम पानी से धो लें. 4-5 हफ्तों तक रोज़ ऐसा करने से आप फर्क़ देख सकेंगे.

 

 

  1. लिकोरिस एक्सट्रैक्ट/मुलेठी फेस पैक

लिकोरिस पोषक तत्वों और मेलास्मा से होनेवाली अतिवर्णकता को हल्का करनेवाली सक्रिय सामग्री से भरपूर है.

आपको चाहिए –

1 बड़ा चम्मच लिकोरिस पावडर (इसे आप ऑनलाइन खरीद सकते हैं)

1 बड़ा चम्मच एलो वेरा जेल (प्राकृतिक रूप से निकाला हुआ, या दुकान से खरीदा हुआ)

दोनों को मिलाकर एक गाढ़ा पेस्ट बना लें और प्रभावित स्थान पर अथवा चेहरे पर लगा लें. 15-20 मिनट तक रहने दें, फिर पानी से धो लें. सप्ताह में दो बार ऐसा करें जब तक धब्बे समाप्त न हो जाएँ.

 

  1. पपीते का फेस पैक

धब्बे और वर्णकता मिटाने के लिए पपीता एक उत्तम साधन है. इसमें एक्सफोलिएशन करने तथा नई कोशिकाओं के बनने में सहायक एन्ज़ाइम हैं.

आपको चाहिए –

¼ पका हुआ पपीता

½ केला

¼ ककड़ी

सभी को छीलकर एक साथ मिलाकर उनका गूदा बना लें. अपने चेहरे पर गर्दन तक लगा लें और 15-20 मिनट तक रहने दें. पानी से धो लें. सप्ताह में एक बार करें.

अतिवर्णकता को हल्का होने में लंबा समय लगता है, आपको दृढ़ता से और लगातार उपाय करते रहना होगा. धीरज रखें और कुछ ही हफ्तों में आप फर्क़ महसूस करेंगे. साथ ही, नियमित रूप से एस पी एफ 45 सनस्क्रीन का उपयोग करना न भूलें.

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