लक्ष्मीकांत कुदाल्कर के निधन के 22 साल हो चुके हैं। नरेंद्र कुसनूर ने लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल की संगीत निर्देशक जोड़ी के 20 गाने चुनें हैं । आनंद लें
संगीत निर्देशक लक्ष्मीकांत कुदाल्कर का निधन हुए 22 साल हो चुके हैं। 25 मई 1998 को 60 साल की आयु में उनका निधन हो गया।
लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल की जोड़ी का एक आधा हिस्सा, वह माधुर्य के बेदाग अंदाज और जनता की नब्ज को समझने के लिए जाना जाता है। एक जोड़ी के रूप में, लक्ष्मीकांत–प्यारेलाल के 60 और 70 के दशक में कई हिट गाने थे, हालांकि वे थोड़ा बाद में आए, उनका करियर आर.डी.बर्मन और कल्याणजी–आनंदजी के साथ लगभग समानांतर चला। दिलचस्प बात यह है कि उनकी प्रमुख हिट फिल्मों के अधिकांश गाने आनंद बख्शी द्वारा लिखे गए, जिसमें लता मंगेशकर ने ज्यादातर महिला गीत गाए। 20 लक्ष्मीकांत–प्यारेलाल(या एल-पी या लक्ष्मी–प्यारे नाम से वो लोकप्रिय हैं) गानों को चुनना आसान नहीं है। लेकिन हमने कुछ प्रतिष्ठित और लोकप्रिय गानों को चुना, वो भी किसी फिल्म को दोहराए बिना। कुछ पसंदीदा गीत इस सूची में नहीं लिये जा सके ( दो रास्ते, सरगम और खलनायक के गीत जिसमें सम्मलित हैं) लेकिन यही उनके कार्य की व्यापकता को दर्शाता है।
1. वो जब याद आए, पारसमणि(1963)
लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल की एक साथ ये पहली फिल्म थी। असद भोपाली के लिखे इस उदासीन युगल गीत को मो.रफी और लता मंगेशकर ने गाया।
2.मेरे महबूब क़यामत होगी – मि. एक्स इन बॉम्बे (1964)
किशोर कुमार द्वारा गाया गया यह बड़ा हिट गाना था जिसे आनंद बख्शी ने लिपिबद्ध किया।
3. चाहूँगा मैं तुझे- दोस्ती (1965)
रफी साहब की एक और उपलब्धि, इस गाने को मजरुह सुल्तानपुरी ने बड़े सुन्दर ढ़ंग से प्रस्तुत किया है ।
4.सुनो सजना- आए दिन बहार के (1966)
एक सुन्दर गाना जिसे लता मंगेशकर ने गाया। इस गाने में सितार, संतूर और बाँसुरी का जादुई संगीत था। गाने के बोल आनंद बख्शी के थे।
5. सावन का महीना – मिलन (1967)
अपने समय का बहुत प्रसिद्ध गाना जिसे वर्षो तक दूरदर्शन पर चलाया जाता था। सुनील दत्त और नूतन पर फिल्माए गए इस गाने के बोल आनंद बख्शी के थे, जिसे मुकेश और लता मंगेशकर ने गाया। गीत की शुरूआती पंक्ति काफी प्रसिद्ध हुई।
6. बार बार दिन ये आये– फर्ज़ (1967)
यह Trademark जन्मदिन गीत है जिसे मो.रफी ने गाया और बोल आनंद बख्शी के है।
7. छलकाए जाम- मेरे हमदम मेरे दोस्त(1968)
रफी साहब का गाया हुआ यह गाना Bar और Cocktail पार्टियों में बजाया जाने वाला सबसे पसंदीदा गाना बन गया। गाने के बोल मजरुह सुल्तानपुरी के थे।
8. आ जाने जान – इन्तेकाम (1969)
लता मंगेशकर का ये पहला cabaret गाना था। राजेंद्र कृष्ण का लिखा यह गीत उनके जीवंत, आकर्षक Orchestra के लिए जाना जाता है।
9. झिलमिल सितारों का – जीवन मृत्यु (1970)
आनंद बख्शी का लिखा यह रोमांटिक युगल गीत सपनों और आशाओं के बारे में है जिसे लता मंगेशकर और मो.रफी ने गाया।
10. एक प्यार का नगमा है – शोर (1972)
मनोज कुमार और नंदा पर फिल्माए इस शानदार गीत को संतोष आनंद ने लिखा और लता मंगेशकर और मुकेश ने अपनी आवाज दी।
11. मेरे दिल में आज क्या है – दाग (1973)
किशोर कुमार द्वारा गाया जाने वाला एक और हिट गाना जिसे राजेश खन्ना पर फिल्माया गया, इस सुन्दर गीत को आनंद बख्शी ने लिपिबद्ध किया।
12. मैं शायर तो नहीं- बॉबी (1973)
लक्ष्मीकांत–प्यारेलाल और आनंद बख्शी का संयोजन एक बार फिर बना, शैलेन्द्र सिंह के लिखे इस गाने को ऋषि कपूर पर फिल्माया गया।
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13. गाड़ी बुला रही है- दोस्त (1974)
रेडियो पर बजने वाला यह बहुत लोकप्रिय गाना था। आनंद बख्शी के लिखे इस गाने ने एक अलग मुकाम पाया।
14. रुक जाना नहीं- इम्तिहान(1974)
किशोर कुमार द्वारा गाया गया यह एक पसंदीदा गाना है जो आत्मविश्वास और आशा की बात करता है । गाने के गीतकार मजरुह सुल्तानपुरी है।
15.पर्दा है पर्दा – अमर अकबर एंथोनी (1977)
रफी साहब द्वारा गाई गई यह प्रतिष्ठित कव्वाली ऋषि कपूर पर फिल्माए गए जिसके बोल आनंद बख्शी के थे।
16.सत्यम शिव सुन्दरम- सत्यम शिव सुन्दरम (1978)
पंडित नरेंद्र शर्मा द्वारा लिखा गया यह गाना लता मंगेशकर के सबसे हिट गानों में से एक है, गाने को ज़ीनत अमान पर फिल्माया गया।
17. दर्द–ए–दिल- कर्ज (1980)
रफी साहब के गाए इस रत्न को ऋषि कपूर पर फिल्माया गया, जिसे आनंद बख्शी ने लिपिबद्ध किया।
18. हम बने तुम बने – एक दूजे के लिए (1981)
दक्षिण भारतीय फिल्मों के सबसे प्रसिद्ध गायकों में से एक एस.पी. बालासुब्रमण्यम थे, जो इस गाने में कमल हसन की आवाज बने और लता मंगेशकर ने रति अग्निहोत्री के लिए अपनी आवाज दी। गाने के बोल आनंद बख्शी के थे।
19. लंबी जुदाई- हीरो (1983)
आनंद बख्शी के लिखे इस गाने को पाकिस्तानी गायिका रेश्मा ने बेहतरीन ढ़ंग से गाया।
20. एक दो तीन – तेजाब (1988)
इस गाने में माधुरी दीक्षित के नृत्य को कोई भुला नहीं सकता। जावेद अख्तर के लिखे इस गाने को अलका याग्निक ने गाया था।