जन्माष्टमी के शुभ अवसर पर नरेंद्र कुसनूर ने 10 गाने चुनें हैं,जो भगवान कृष्ण को समर्पित हैं, उनमें से सात गाने, हिंदी सिनेमा से लिए गए हैं।
जन्माष्टमी का उत्सव मनाने के लिए हमने ऐसे 10 गाने चुनें हैं,जो भगवान श्री कृष्ण को समर्पित है। इनमें से सात गाने हिंदी सिनेमा के है और जिसमें से तीन गाने मो.रफी ने गाए हैं।
हमारे पास एक प्रसिद्ध भजन, एक अज्ञात गीत और 90 के दशक के, इंडिपॉप युग का एक हिट गाना भी है। यह सूची किसी विशेष क्रम में नहीं है, सिर्फ इतनी ही शर्त है कि गैर-फिल्मी गानों को, सूची के अंत में रखा गया है।
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गोविंदा आला रे- ब्लफमास्टर
1963 की फिल्म ब्लफमास्टर का यह गीत शम्मी कपूर पर फिल्माया गया था। गाने का सैट दही-हांडी भीड़ के अनुक्रम को दर्शाता है। मो.रफी, राजेंद्र कृष्ण की लिखी पन्क्तियों को कुछ इस तरह गाते हैं, “गोविंदा आला रे आला, जरा मटकी सम्भाल ब्रिजबाला” गाने का संगीत कल्याणजी-आनंदजी का था।
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दर्शन दो घनश्याम- नरसी भगत
यह एक जाना माना कृष्ण भजन है, जिसे मन्ना डे, हेमंत कुमार और सुधा मल्होत्रा ने 1957 में आए फिल्म नरसी भगत में गाया था। गाने का संगीत रवि का है और नरसिंह मेहता ने कुछ इस तरह लिखा है “दर्शन दो घनश्याम नाथ मोरी अंखियां प्यासी रे”
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राधिका तूने बाँसुरी चुराई- बेटी बेटे
1964 में, जब यह फिल्म पर्दे पर आई तो यह गाना बहुत लोकप्रिय हो गया। शैलेन्द्र के लिखे और शंकर-जयकिशन के धुनों से सजे इस गाने को रफी साहब ने गाया, जिसे सुनील दत्त और सरोजा देवी पर फिल्माया गया था। गाने का नृत्य इसे और भी आकर्षित बनाता है।
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बड़ी देर भइ नंदलाला – खानदान
इस लोकप्रिय गाने के साथ, रफी साहब फिर चमके, जिसका संगीत रवि का था और बोल राजेंद्र कृष्ण के। इस गाने को सुनील दत्त पर फिल्माया गया। गाने में अद्भुत लोक नृत्य है, जिसे लोग रंगीन पोशाकों में करते नजर आते हैं।
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बड़ा नटखट है- अमर प्रेम
एक सादगी भरा गाना, जिसमें एक माँ को दिखाया गया है,जो अपने नटखट बेटे को यह कहकर संबोधित करती है- “बड़ा नटखट है रे कृष्ण कन्हैया, क्या करे यशोदा मइया”। माँ का किरदार शर्मिला टैगोर ने निभाया है। आनंद बख्शी के लिखे इस गीत को लता मंगेशकर ने अपनी आवाज दी और आर.डी.बर्मन ने संगीत में पिरोया।
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यशोमति मइया- सत्यम शिव सुन्दरतम
यह गाना, 1978 में आई फिल्म सत्यम शिवम सुन्दरतम का है, गीत के बोल पंडित नरेंद्र शर्मा का था, जो राधा-कृष्ण के विषय पर आधारित था। लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल के धुनों से सजे इस गाने को लता मंगेशकर ने अपनी आवाज दी, जिसमें एक छोटा भाग मन्ना डे का भी था। यह गाना युवा, पद्मिनी कोल्हापुरी पर चित्रित किया गया।
7 . श्याम तेरी बंशी- गीत गाता चल
रवीन्द्र जैन के द्वारा लिखे और धुनों से सजे इस गीत को आरती मुखर्जी और जसपाल सिंह ने गाया। शब्द कुछ इस तरह है, “श्याम तेरी बंशी पुकारे राधा नाम, लोग करे मीरा को यूहीं बदनाम” गाने को सचिन और सारिका पर चित्रित किया गया।
8.ऐसे लागी लगन – अनूप जलोटा
भजन सम्राट अनूप जलोटा के द्वारा गाया गया यह सबसे प्रसिद्ध गाना है। यह एक मीरा भजन है, जिसकी पंक्तियाँ कुछ इस तरह है, “ऐसे लागी लगन, मीरा हो गई मगन, वो तो गली गली हरि गुण गाने लगी”। उनके लाइव प्रदर्शन को हमेशा अच्छी प्रतिक्रिया मिलती है।
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आयो नटखट नंदलाल- एनीमेटेड वीडियो
यह गाना बच्चों को ध्यान में रख कर बनाया गाया है और यह भगवान कृष्ण की कहानी एनीमेटेड वीडियो द्वारा बताता है। वीडियो का निर्देशन एम.एफ.एफ. ने किया है। गाने के गायक और संगीतकार के नाम का उल्लेख नहीं है। गीत एक विषय से दूसरे विषय में मिश्रण की तरह चलता है,मन्त्रों का सम्मिश्रण करते हुए। गाना हिंदी और अंग्रेजी भाषा में है।
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कृष्णा– कोलोनियल कजीन्स
हरिहरन और लेस्ली लेविस का यह गाना उनके ऐल्बम कोलोनियल कजीन्स का है, जिसे बहुत बड़ी सफलता मिली। यह गाना एक प्रसिद्ध कन्नड भजन, “कृष्ण नी बेगाने बारो” पर आधारित है। गाना सर्वश्रेष्ठ ईश्वर के बारे में है,जो कृष्ण, राम, येसू या अल्लाह के रूप में वापस धरती पर आओ और संसार को बचा ले।